श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान। जन्म जन्म के पाप नसावे । अन्तवास शिवपुर में पावे ॥ तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरा
श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान। जन्म जन्म के पाप नसावे । अन्तवास शिवपुर में पावे ॥ तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरा